तापमान: अधिकतम 20° C, न्यूनतम 4° C
आदर्श अवधि: 1-2 दिन
खुलने का समय: Throughout the year
चैल 2,250 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और अपनी संपूर्ण सुंदरता और कुंवारी जंगलों के लिए जाना जाता है। यह स्थान चीर देवदार और विशाल देवदार के जंगलों से घिरा हुआ है।पटियाला के महाराजा राजेंद्र ने 1891 में लॉर्ड किचनर के गुस्से को भड़काया। इसने भारतीय ग्रीष्मकालीन राजधानी शिमला में उनके प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया। इसने महाराजा को चायल को अपनी ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करने के लिए उकसाया और वहाँ एक सुंदर किला (चैल किला) बनवाया।चैल में 2444 मीटर की ऊंचाई पर क्रिकेट का मैदान भी है, और जिसका स्वामित्व पटियाला के शाही परिवार के पास था और यह दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट मैदान है। चैल हरी-भरी हरियाली से घिरा हुआ है और इतनी बड़ी ऊँचाई से देखने के साथ-साथ एक पहाड़ी के स्वर्ग के रूप में जाना जाता है।चैल एक पर्यटक को एक यादगार यात्रा का अनुभव देने के लिए बाध्य है। यह उन लोगों के लिए एक गंतव्य है जो शांतिपूर्ण वातावरण और प्रदूषण मुक्त वातावरण की तलाश में हैं।